दरसे अख़लाक़
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दरस ए अख़्लाक़
अल्लाह तआला वालों की पहली नसीहत गुनाहों से दूरी हैं
हौज़ा/जो इंसान किसी गुनाह में गिरफ़्तार हो जाए, तो वह गुनाह इस बात का सबब बनता है कि इंसान इताअत से हाथ धो बैठे, यानी अल्लाह की इताअत पर साबित क़दम भी न रहे, इंसान से अल्लाह तौफीक छीन लेता है यह बात ।उसके ध्यान में होनी चाहिए
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सहीफ़ा-ए सज्जादिया रूह और फ़िक्र को मज़बूत बनाती हैं
हौज़ा / सहीफ़ा ए सज्जादिया की सभी दुआएं ऐसी हैं हमें मौत की याद दिलाती हैं, हमें ग़लतियों से रोकती हैं।
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दरस-ए-अख़्लाक़
ख़ुशनसीबी के लिए अच्छी तरबियत ज़रूरी
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,अल्लाह तआला ने इंसान को इस तरह पैदा किया है कि उसे तरबियत की ज़रूरत है। बाहर से दूसरे भी उसकी तरबियत करें और अंदरूनी तौर पर वह ख़ुद भी अपनी तरबियत करे।
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:दरसे अख़्लाक़
चौकन्ना रहिए कि अल्लाह तआला के हुक्म की ख़िलाफ़वर्ज़ी न हों,
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,क़ुरआने मजीद में जहाँ भी “तक़वा” शब्द है, उसका मतलब है पूरी निगरानी, पूरी तरह चौकन्ना रहना। उस शख़्स की तरह जो लम्बा लिबास पहन कर, धर्मगुरुओं के कपड़ों की तरह, कांटों भरे रास्ते पर चल रहा है, तो वह चौकन्ना रहता है कि कहीं कोई कांटा, उसके लिबास में न लग जाए, हर क़दम पर और हर पल चौकन्ना रहिए।
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खुद को पहचाने बिना दूसरे को पहचानना संभव नहीं, मौलाना मुहम्मद हसन मारुफी
हौज़ा / तंज़ीम-उल-मकातिब के संस्थापक के हॉल में जामिआ इमामिया के छात्रों को नैतिकता का पाठ देते हुए मौलाना मुहम्मद हसन मारुफी ने कहा: स्वंय को पहचानना और स्वंय को नुकसान पहुंचाना कुरआन के दो महत्वपूर्ण विषय है।
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
अख़्लाक़ पाक़ीज़ा हवा का झोंका, न हो तो सांस लेना मुश्किल हो जाएगा
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,अख़्लाक़ पाकीज़ा हवा के झोंके के समान है। इंसानी समाज में अगर यह मौजूद हो तो लोग इस वातावरण में सांस लेकर सेहतमंद ज़िंदगी गुज़ार सकते हैं।
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दरसे अखलाक़ः
लाइव टेलीकॉस्ट / हुज्जतुल -इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना डॉ. सैयद अब्बास मेहदी हसनी (भारत) हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की वेबसाइट के माध्यम से संबोधित करेंगे
हौज़ा / वर्तमान स्थिति और विषय के महत्व को देखते हुए, हौज़ा न्यूज़ एजेंसी ने मोमेनीन के लिए एक ऑनलाइन दरसे अखलाख (नैतिकता का पाठ) का आयोजन किया है यह सिलसिला जारी रहेगा।
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हौज़ा न्यूज़ से लाइव टेलीकॉस्ट दरसे अख़लाक़ देखिए / हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैय्यद एहसान हुसैन हुसैनी (बांग्लादेश) हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की वेब साइट के माध्यम से संबोधित करेंगे
हौज़ा / वर्तमान परिस्तिथि और विषय के महत्व को देखते हुए हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की ओर से मोमेनीन के लिए ऑनलाइन नैतिकता के पाठ (दरस-ए-अख़लाक़) का आयोजन किया गया है। इंशाल्लाह यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।