हौज़ा/तुम मुझसे दुआ करो मैं तुम्हारी दुआ क़ुबूल करुंगा, (सूरए ग़ाफ़िर, आयत-60) कोई भी दुआ नहीं जो क़ुबूल न हो, क़ुबूल होने का मतलब यह नहीं है कि इंसान की इच्छा निश्चित तौर पर पूरी हो जाएगी, मुमकिन…