हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां, दुश्मन ने अपने ताकत के एतबार से बहुत प्रयास किया कि ईरान को शिकस्त दिया जाए मगर हर बार दुश्मन अपने ही जाल में फंस कर रह गया