हौज़ा / अगर जीविका हलाल है तो धर्म का पालन होगा, हलाल और हराम का ध्यान रखा जाएगा लेकिन अगर पेट हराम धन से भरा है तो धर्म का पालन संभव नहीं है, यहाँ तक कि इमाम हुसैन जैसे मासूम इमाम के शब्द भी…