नई पीढ़ी
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नई पीढ़ी के बौद्धिक प्रशिक्षण के लिए शहीद सद्र और शहीद मुताहरी की किताबें पढ़ना अपरिहार्य है, मुक़र्रेरीन
हौज़ा/ शहीद सद्र रिसर्च सेंटर, इंस्टीट्यूट ऑफ इस्लामिक थॉट ऑफ पाकिस्तान, जामिया रूहानीत बाल्टिस्तान, अंजुमन-ए-तलाबे खरमिंग और अंजुमन-ए-तुल्लाबे खुद्दाम-उल-महदी जमीयत-उल-नजफ द्वारा शेख मुफीद हॉल, मे हौज़ा ए इल्मिया जमीयत-उल-नजफ, स्कर्दू में शहीद मुतहारी और शहीद बाकिर अल-सद्र की उपाधि के साथ एक सेमिनार और पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
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नई पीढ़ी से बेहतर संवाद के लिए समझ वाली भाषा का प्रयोग करना चाहिए
हौज़ा / नई पीढ़ी के साथ उचित संचार की कमी की समस्या को दूर करने के लिए हमें सबसे पहले बेहतर समझ वाली भाषा का उपयोग करने की आवश्यकता है।
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हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन कंबरी:
नई पीढ़ी की जीवनशैली और विचारों को पहचानने की जरूरत है
हौज़ा / अल-मुस्तफ़ा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मे अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रभारी ने कहा: आज, नई पीढ़ी एक ऐसी दुनिया में रह रही है जिसके बारे में पहली पीढ़ी को पता नहीं है। नई पीढ़ी इंटरनेट और साइबरस्पेस की दुनिया में रहती है। वह मीडिया से प्रभावित हैं। उनकी जीवनशैली और विचार इससे प्रभावित हैं। इस पीढ़ी को पहचानने की जरूरत है।
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आने वाली पीढ़ी को दुश्मन की साजिशों से बचाना चाहिए ,मोहतरमा साएरा इब्राहिम
हौज़ा/केंद्रीय सचिव महिला विभाग मजलिसे वहदते मुस्लिमीन ने शनिवार को पाठ्यक्रम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पाठ्यक्रम का मुद्दा उठाया गया है लेकिन हमारा दुश्मन बहुत होशियार हैं, इसलिए हमें अपने दरमियान एकता बनाए रखनी होगी, और साथ ही आने वाली पीढ़ी को इस तबाही से बचाने के लिए रणनीति बनानी होगी ,
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हमें नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करना चाहिए, आयतुल्लाह आराफ़ी
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के संरक्षक ने कहा: हमें नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि आज का युवा क्रांति और पवित्र प्रतिरक्षा युग के युवाओं से अलग नहीं है बल्कि कुछ मायनों में उनसे बेहतर है क्योंकि आज के युवा को कई भ्रामक हमलो का सामना हैं। क्रांति और पवित्र प्रतिरक्षा युग के युवाओ को सामना नहीं करना पड़ा।