हौज़ा / कोई भी मुसलमान पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) की महिमा में अहंकार को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। हालांकि, मुस्लमानो को नबी रहमत इतना अधिक प्यारा है कि वह अपने माल और संतान को तो कुरबान कर सकता…