पंजतन अ.स. के नूर
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अरबईन पर एक सवाल! मुसलमानो क्या यही अजरे रिसालत और पैरवीए अहलेबैत है?
हौज़ा / मुसलमानो से अल्लाह ने कुरान में अजरे रिसालत यानी अल्लाह ने जो कुछ अपने रसूल के जरिए मुसलमानो को नेमतें दी जन्नत का रास्ता दिखाया और इस काम केलिए जिंतनी तकलीफों को बर्दाश्त किया उसकी उजरत अल्लाह ने अपने बंदों से रसूल अल्लाह के क़राबत दारों की मोअददत मांगी। इतना ही नहीं अपनी उम्मत को कयामत तक गुमराह से बचाने और जन्नत तक आसानी से पहुंच जाने के लिए कुरान और कुरान के एक्सपर्ट और कुरान पर 100% अमल करने वाले रोल मॉडल जिनसे मोहब्बत का नाम अजरे रिसालत है उनके दामन से वाबस्ता होने और अपने उन कराबत दरों के पीछे पीछे चलने और उनसे मोहब्बत करने का हुक्म दिया था।
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मोहसिने इस्लाम हज़रत अबूतालिब अ.स. की वफ़ात और आपका ईमान
हौज़ा/अगर अबू तालिब और उनका बेटा इमाम अली अ.स. न होते तो दीन का नाम व निशान तक न होता, अबू तालिब ने मक्के में आपका भरपूर सहयोग दिया और आपके बेटे ने मदीने में भरपूर योगदान किया।