परवरिश
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जन्नतुल बकीअ इस्लामी दुनिया की त्रासदी हैः मौलाना सैयद ग़ाफ़िर रिज़वी
हौज़ा / शव्वाल की आठ तारीख अपने आलंगन मे दुख का ऐसा पहाड़ समेटे हुए है कि उसके सामने मानवता शर्मसार हो जाती है।
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गिलगित में हजरत ज़ैनब दिवस, बच्चों की सबसे अच्छी परवरिश वर्तमान समय मे माताओं की सबसे बड़ी जिम्मेदारी
हौज़ा / क़ुमुल मुक़द्दस से स्नातक श्रीमति नूरजहाँ ने कहा कि वर्तमान युग में हमारे दुश्मन ने सबसे खतरनाक हथियार (मोबाइल) से हमारे बच्चों के दिल और दिमाग पर कब्जा कर लिया है और हम अपने बच्चों को वह हथियार प्रदान करते हैं। हमारे दुश्मन बड़ी ख़ामौशी के साथ काम करते हैं। इसके अंदर विभिन्न ऐपलीकेशन अश्लीलता और पथभ्रष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि हम इस हथियार का इस्तेमाल दुश्मन के खिलाफ सकारात्मक तरीके से कर सकते हैं।
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देश के विभिन्न इलाकों में तनज़ीमुल मकातिब ने इमामिया स्टडी सेंटर खोले
हौज़ा / क़ौम के भविष्य के निर्माण के लिए बच्चों की धार्मिक शिक्षा और परवरिश के साथ दुनयावी शिक्षा में महत्वपूर्ण सफलता आवश्यक है।इसलिए उनकी ज़रूरी धार्मिक शिक्षा के साथ दुनयावीशिक्षा में क्वालिटी को अच्छा करने और उन्हें कम से कम हाई स्कूल तक सहारा देकर कॉमपिटीशन के लायक बनाने के लिए तनज़ीमुल मकातिब ने इमामिया स्टडी सेंटर के नाम से एक लक्ष्य तय्यार किया और प्रयोग के बाद पूरे देश में लागू करने की तरफ़ क़दम बढ़ा दिया है।