हौज़ा/औरत को ऐसे महान वजूद के तौर पर देखिए जो महान इंसानों की परवरिश के ज़रिए पूरे समाज की कामयाबी का सबब बनती है,तब मालूम हो सकेगा कि औरत का हक़ क्या है और उसकी आज़ादी का क्या मतलब है।