पालन-पोषण
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गिलगित में हजरत ज़ैनब दिवस, बच्चों की सबसे अच्छी परवरिश वर्तमान समय मे माताओं की सबसे बड़ी जिम्मेदारी
हौज़ा / क़ुमुल मुक़द्दस से स्नातक श्रीमति नूरजहाँ ने कहा कि वर्तमान युग में हमारे दुश्मन ने सबसे खतरनाक हथियार (मोबाइल) से हमारे बच्चों के दिल और दिमाग पर कब्जा कर लिया है और हम अपने बच्चों को वह हथियार प्रदान करते हैं। हमारे दुश्मन बड़ी ख़ामौशी के साथ काम करते हैं। इसके अंदर विभिन्न ऐपलीकेशन अश्लीलता और पथभ्रष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि हम इस हथियार का इस्तेमाल दुश्मन के खिलाफ सकारात्मक तरीके से कर सकते हैं।
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माता-पिता का उचित पालन-पोषण ही बच्चों को नरक से बचाएगा: हुज्जतुल-इस्लाम सैयद नसीमुल-हसन रिज़वी
हौज़ा / आखरी ज़माने के लिए विशेष रूप से आइम्मा-ए-अतहार (अ.स.) ने बच्चों के पालन-पोषण पर जोर दिया। यदि माता-पिता अपने बच्चो को अच्छा पालन-पोषण नही करेंगे तो बच्चे नरक की ओर चले जाएंगे, आखरी जमाने के बच्चो के लिए नरक की एक घाटी है जो सख्त सजाओ के लिए है। इसलिए, यदि आप अपने बच्चों को नर्क के इन दण्डों से बचाना चाहते हैं, तो अहलेबैत (अ.स.) के पदचिन्हो पर चलते हुए अपने बच्चों का पालन-पोषण करें ताकि हमारे बच्चे दुनिया और आखिरत दोनो मे सफल हो जाएं।
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:वकीले आयतुल्लाह सीसतानी
अगर लड़की शिक्षित, विनम्र और सभ्य होगी, तो वह अपने बच्चों को शिक्षित और विनम्र भी बनाएगी, मौलाना अहमद अली आबिदी
हौज़ा /आयतुल्लाह अल उज़मा सिस्तानी के वकीले मुतलक़ ने कहा कि किसी घर में सगाई करने से पहले ना ही उसका धन देखना चाहिए और ना ही उसकी शक्ल देखना चाहिए बल्कि उसके परिवार की गरिमा और शिष्टता को देखना चाहिए क्योंकि यदि लड़की शिक्षित, विनम्र, सुशील और सभ्य होगी तो वह अपने बच्चो को भी शिक्षित और विनम्र भी बनाएगी और उनका अच्छे से पालन पोषण कर सकेगी।