प्रशासन
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इत्रे क़ुरआनः सूर ए नेसा !
आत्म-नुकसान और पवित्रता के मानक के बजाय अल्लाह की इच्छा
हौज़ा / इस आयत से हमें यह सीख मिलती है कि इंसान को नम्र और विनम्र होना चाहिए और अपनी पवित्रता का इज़हार करने के बजाय अपने सुधार और अल्लाह की ख़ुशी पर ध्यान देना चाहिए। सच्ची पवित्रता अल्लाह ताला से आती है और वही सबका सच्चा न्यायाधीश है।
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रिजवी उलूम ए इस्लामी विश्वविद्यालय के प्रमुख की हरम ए अमीरूल मोमेनीन अली (अ.स.) के प्रशासन के अधिकारीयो के साथ बैठक
हौज़ा / रिज़वी उलूम ए इस्लामी विश्वविद्यालय के प्रमुख ने अमीरूल मोमेनीन हज़रत अली (अ.स.) की दरगाह के प्रशासन के अधिकारियों और कुफ़ा विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मुलाकात की।
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इमाम रज़ा (अ.स.) प्रचार केंद्र के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम सैयद मुहम्मद सादिक रिज़वी:
इस्लामिक क्रांति शोषितों और लोगों के लिए आशा की एक किरण है
हौज़ा / हज़रत इमाम खुमैनी (र.अ.) ने अल्लाह पर भरोसा करके 2500 साल पुरानी राजशाही को उखाड़ फेंका, इस्लामिक क्रांति उत्पीड़ित और शोषित लोगों और राष्ट्रों के लिए आशा की किरण साबित हुई।
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दिन की हदीसः
सबसे कड़वा सच
हौज़ा / हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने एक रिवायत में सबसे कड़वे सत्य का परिचय दिया है।
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सार्वजनिक जगह और खुले स्थान पर नमाज के लिए प्रशासन से पहले अनुमति लेना जरूरी
हौज़ा / साइबर सिटी गुरुग्राम में सड़क पर नमाज पढ़ने के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन ने 8 जगहों के लिए दी गई परमीशन को रद्द कर दिया है। अब किसी भी सार्वजनिक जगह और खुले स्थान पर नमाज के लिए प्रशासन से पहले अनुमति लेना जरूरी होगा।
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दीन समझाने का नाम है मनवाने का नहीं, आयतुल्लाह सैयद हमीदुल हसन
हौज़ा / जब भी दीन को अपनी सरकार और सत्ता और कुर्सी के बल पर धर्म को थोपने की कोशिश की है, तो उनके तरीकों में अव्यवस्था और भ्रष्टाचार हुआ है। आतंकवाद का जो भी रूप हो, वह दूसरे धर्म में जबरन धर्म परिवर्तन का परिणाम है।
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इमाम जुमा मागाम कश्मीर:
सफाई और निज़ाफ़त एक बुनियादी मानवीय आवश्यकता है, आगा सैयद आबिद हुसैन हुसैनी
हौज़ा / इमाम जुमा मागम का प्रशासन को बाजार मे कूड़ा साफ न कराने पर चेतावनी और रमजान महीने के पहले जुमा तक पूर्ण सफाई न करने पर खुद सफाई करने की घोषणा की।
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इमामे जुमा लखनऊः
अगर बड़े इमामबाड़ा मे मजलिस को प्रतिबंधित किया जाता है, तो पर्यटकों को भी आने की अनुमति नहीं दी जाएगी: मौलाना कलबे जवाद नक़वी
इमामे जुमा लखनऊ ने कहा, "मुहर्रम में जब हमने बड़े इमामबाड़े मे मजलिसे आयोजित करने की घोषणा की थी, तो उसी समय प्रशासन ने कहा था कि हम अभी भी जांच कर रहे हैं कि बड़ा इमामबाड़ा एक धार्मिक स्थल है या नहीं! उनका बयान इंडियन एक्सप्रेस में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ था। कुछ मौलवी प्रशासन के समर्थन में कह रहे थे कि प्रशासन द्वारा ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया था, यह सब झूठ है। लेकिन आज यह साबित हो गया है कि प्रशासन इमामबाडे की धार्मिक स्थिति को मान्यता नहीं देता है। पुलिस चार्ज शीट मे मेरा नाम है मौलाना रज़ा हुसैन साहब, मौलाना हबीब हैदर साहब, मौलाना फिरोज हुसैन साहब और अन्य शामिल हैं। यह प्रशासन की मंशा साबित करता है। ये हमारे इमामबाड़े पर क़ब्ज़ा करके इसे पर्यटक स्थल बनाना चाहते है"।