फ़क़ीर (1)

  • सीरते इमाम हसन और मकारेमुल अख़लाक़

    सीरते इमाम हसन और मकारेमुल अख़लाक़

    हौज़ा / दया और कृपा का यह सिलसिला 2 सफ़र को खत्म हो जाता अगर आप (स.अ.व.व.) के बाद बारह उत्तराधिकारी न होते जो रात के अँधेरे में अपनी पीठ पर रोटियां रख कर गरीबों और मजदूरों की जरूरतों का ख्याल…