हौज़ा / हज़रत फातिमा ज़हरा (स) की शहादत के अवसर पर आयोजित मजलिस में आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शिराज़ी ने कहा कि अज़ादारी और मसाइब का स्मरण महत्वपूर्ण है, लेकिन उनके साथ-साथ मासूमीन (अ) की फ़ज़ाइल…