फ़ज़ाइल
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शहज़ादा अली अकबर और जनाब क़ासिम (अ) आज के युवाओं के रोल मॉडल हैं, श्रीमती फिज़्ज़ा मुख्तार नक़वी
हौज़ा / फातिमिया एजुकेशनल कॉम्प्लेक्स मुजफ्फराबाद कश्मीर पाकिस्तान मे युवा दिवस एवं जनाब कासिम इब्न इमाम हसन (अ) और अली अकबर (अ) के जन्म के जश्न का आयोजन किया गया जिसमें फातिमिया एजुकेशनल कॉम्प्लेक्स की प्राचार्य श्रीमती फ़िज़़्ज़ा मुख्तार नकवी ने हजरत कासिम इब्न इमाम हसन (अ) और अली अकबर के गुणों का वर्णन किया।
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उस्वा ए खिताबत मीसम ए तम्मार (अ.स.)
हौज़ा / हज़रत मीसम ए तम्मार (अ.स.) ने खजूर के व्यापार को अपनी आजीविका घोषित किया, अल्लाह को अपना लक्ष्य माना और दूसरों के मार्गदर्शन से पहले खुद को इस तरह से निर्देशित किया कि हादी ए बरहक इमाम (अ.स.) ने उन्हें अपने साथियों के बीच एक विशेष स्थान से सम्मानित किया।
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रोज़े दहवुलल अर्ज़ के फज़ाइल और आमाल
हौज़ा/दहवुल अर्ज़ 25 ज़िलकायेदा का दिन हैं। यह वह दिन है जब अल्लाह ने काबा के नीचे पानी के ऊपर पृथ्वी को फैलाया। इस दिन रोज़ा रखना और ग़ुस्ल करना मुस्तहब है, ख़ासकर रोज़ा जिसका सवाब 60 साल की इबादत के बराबर है।