۵ آذر ۱۴۰۳
|۲۳ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 25, 2024
फातेमा बिन्ते मूसा
Total: 2
-
मासूमा ए क़ुम (स.अ.) करीमा ए अहलेबैत, मौलाना सैयद ग़ाफ़िर रिज़वी छौलसी
हौज़ा / जिस तरह इमाम हसन (अ.स.) को पवित्र अहलेबैत की उपाधि से मासूम इमामों के बीच करीमे अहलेबैत के लकब से याद किया जाता है, उसी तरह मासूमा ए क़ुम को करीमा ए अहलेबैत कहा जाता है। आपका नाम "फातिमा" है, आपका लकब "मासूमा" है और खिताब "करीमा ए अहलेबैत" है।
-
करीमए अहलेबैत हज़रत फातिमा मासूमा स०अ०
हौज़ा / अल्लाह का हरम,मक्का है,रसूल स०अ० का हरम मदीना है,अमीरूल मोमिनीन अ०स० का हरम कूफा है और हम अहलेबैत का हरम,क़ुम है। जन्नत के आठ दरवाज़ो में से तीन दरवाज़े कु़म की जानिब खुलते हैं। मेरी औलाद में से एक खातून क़ुम में शहीद होंगी जिनका नाम फातिमा बिनते मूसा अ०स० होगा और उनकी शिफ़ाअत से हमारे तमाम शिया जन्नत में दाखिल होंगे।