हौज़ा / रौज़ा अहसास का नाम है। यदि कोई व्यक्ति रौज़ा भी रखता है लेकिन गरीब और जरूरतमंद लोगों की देखभाल नहीं करता, तो वह रोज़े के दर्शन (फलसफे) को समझ ही नहीं सका। रौज़ा केवल सहरी और इफ्तारी करने…
हौज़ा / रमजान का महीना खुदावंदे आलम ने साहेबाने इमान के लिए सआदत की कुंजी करार दिया है। यह वह मुबारक महीना है जो क़ुरबे खुदा का कारण है। यह महीना न केवल भूख और प्यास सहन करने का महीना नही है,…
हौज़ा / रमजान के महीने को पाने वाले व्यक्ति और अपने पापों को क्षमा नहीं करवा पाने वाले से अधिक कोई दुर्भाग्यपूर्ण नहीं है, इसलिए हर मुसलमान को पवित्र महीने के रहमतो और सआदतो से लाभ उठाने का हर…