हौज़ा / जिस तरह अहलेबैत अ०स० की विलायत ज़रूरी है उसी तरह उनके दुश्मनों से बेज़ारी भी ज़रूरी है। विलायते अहलेबैत के बग़ैर कोई भी अमल कुबूल नही है।