۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
भ्रष्टाचार, सूदखोरी, विश्वासघात
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इत्रे क़ुरआनः
सूर ए बक़रा: सूदखोर शैतान के वश में किए हुए लोगों की तरह दुखी, पागल और चिंतित हैं
हौज़ा / सूदखोर अपनी सुख-समृद्धि के लिए गलत रास्ता चुनता है। सूदखोरों की नजर में क्रय-विक्रय और ब्याज एक समान होने की गलत अवधारणा उनके सूदखोर होने के कारण है।
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:दिन कि हदीस
भ्रष्टाचार और ब्याज की हानि
हौज़ा/हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर (अ.स.) ने एक रिवायत में भ्रष्टाचार और ब्याज की हानि की ओर इशारा किया हैं।