۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 21, 2024
मजमा ए जहानी अहलेबेत
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अहले-बैत काउंसिल इंडिया की सातवीं जनसभा में हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रजा रमजानी का संबोधन;
अहले-बैत की शिक्षाएँ तर्कसंगतता, न्याय और तर्क पर आधारित हैं
हौज़ा / हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन रजा रमजानी ने अहले-बैत (अ) काउंसिल इंडिया द्वारा ईरान कल्चर हाउस, नई दिल्ली में आयोजित सातवीं आम बैठक में बोलते हुए कहा कि अहले-बैत (अ) के अनुयायियों की उपस्थिति दुनिया का हर देश अहल अल-बैत की सोच और तर्कसंगतता, सुरक्षा और न्याय के तर्क के कारण है।
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शोधकर्ता डॉ. शाहवर हुसैन नकवी की नई कृति "नामवराने फ़िक़ह व उसूल बर्रे सग़ीर" का औपचारिक विमोचन
हौज़ा / इस पुस्तक में उपमहाद्वीप में शियाओं के न्यायशास्त्र और सिद्धांत सेवाओं का उल्लेख किया गया है।
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मजमा ए जहानी अहलेबेत (अ.स.) के महासचिव का पेरिस में संबोधन ;
इस्लाम के पैगंबर (स.अ.व.व.) के निधन के 250 वर्षों के दौरान, आइम्मा (अ.स.) की शिक्षाओं ने इस्लामी विचारों में बदलाव किया है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रमज़ानी ने शिया दुनिया में इमाम हसन अस्करी (अ.स.) की भूमिका और अहलेबैत (अ.स.) के स्कूल पर प्रकाश डाला और कहा कि पैगंबर की मृत्यु के 250 वर्षों के दौरान आइम्मा (अ.स.) ने इस्लाम की शिक्षाओं के माध्यम से इस्लामी विचारों में परिवर्तन किया है।