मातम
-
जीवन में दौलत के साथ-साथ कर्म पर भी ध्यान दें, मौलाना सैयद जकी हसन रिजवी
हौज़ा / अलीगढ़ भारत में कल दिवंगत सैयद जावेद अहसन इब्न सैयद अजीज अहसन के इसाले सवाब के लिए इमामिया हॉल, नेशनल कॉलोनी, अमीर निशान में एक मजलिस सैयद-उल-शहादा का आयोजन किया गया।
-
मुहर्रम अल-हराम और हम
हौज़ा / मुहर्रम अल-हराम इस्लामी वर्ष का वह महीना है जिसे परमेशवर ने स्वंव महान, पवित्र, सुरक्षित और शांति वाला बनाया है।
-
अज़ादारी को अल्लाह और उसके रसूल के अनुसार करना चाहिए, अपने मिज़ाज के अनुसार नही, मौलाना तत्हीर हुसैन ज़ैदी
हौज़ा / हमारा विश्वास, सुख और दुःख पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) और मासूमीन (अ.स.) के अधीन होना चाहिए।
-
नमाज़ अव्वले वक़्त, आशुरा का सबसे महत्वपूर्ण संदेश है
हौज़ा / ईरान के शहर अहवाज़ के इमामे जुमा ने कहा: अल्लाह से राबता और बंदगी का अहम तरीन मिसदाक नमाज अव्वले वक़्त है। उन्होंने कहा: नमाज आशूरा का संदेश यह है कि हम अपनी नमाजे योमिया को अव्वले वक्त अदा करने की प्रतिज्ञा करते हैं।
-
आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी की उपस्थिति में हज़रत ज़ैनब कुबरा (स.अ.) की शोक सभा
हौज़ा / हज़रत ज़ैनब कुबरा (स.अ.) की वफ़ात के अवसर पर, हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी की मौजूदगी में उनके घर शोक सभा का आयोजन हुआ।