۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 22, 2024
माहे रजब
Total: 4
-
इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
उन लोगों का दर्जा ऊंचा है जो महशर के दिन अपनी क़ौम के कार्यों की गवाही देंगे
हौज़ा | आसमानी किताब पर ईमान लाना और पैगम्बर (स) का अनुसरण करना पैगम्बरों के दर्जे तक पहुंचने का साधन है।
-
आयतुल्लाह बहजत की पुण्यतिथि के अवसर पर
स्वर्गीय आयतुल्लाह बहजत की दो नयी कृतियों का प्रकाशन
हौज़ा / स्वर्गीय आयतुल्लाह बहजत (र.अ.) की दो नई रचनाएँ उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रकाशित हुई हैं।
-
:दिन की हदीस
माहें रजब कि अज़मत
हौज़ा/ हज़रत इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में माहें रजब कि अज़मत की ओर इशारा किया हैं।
-
:दिन की हदीस
माहें रजब में रहमाते ख़ुदा का नुज़ूल
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में माहे रजब में रहमते ख़ुदा के नुज़ूल की ओर इशारा किया है।