हौज़ा / मजलिस-ए-ख़बरगान-ए-रहबरी के सदस्य ने कहा,इस्लामी क्रांति ने पूर्व और पश्चिम की ताक़तों के संतुलन को बदल दिया है और अब यह एक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शक्ति में तब्दील हो चुका है।