मुआविया
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तुलका और मोअललिफातुल कुलूब को सहाबी बताने वाले रसूल अल्लाह स.व के मुखालिफ हैं
हौज़ा / जंगे सिफफीन में हजरत अली की तरफ से लड़ने वाले हजरत अम्मार को जब माविया की फौज ने शहीद कर दिया तो हदीसे अम्मार से हर किसी पर साबित हो गया की माविया ही जहन्नम की तरफ बुलाने वाले इस्लाम के बागी गिरोह का सरदार है।
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हसन वारिसे इल्मे रसूल
हौज़ा / हमने सुना है कि रसूल अल्लाह खजूर का पेड़ देख कर बता देते थे कि इसमे कितना किलो खजूर है क्या तुम्हारे पास भी ऐसा इल्म है। इमाम (अ.स.) ने मुआविया से कहा कि कौन से पेड़ का बताऊ। मुआविया ने एक पेड़ की ओर इशारा किया। इमाम (अ.स.) ने कहा, "इस पेड़ में 4003 खजूर हैं।" मुआविया ने पेड़ से खजूर तुड़वा कर गिनवाया और ठीक उतना ही निकला जितनी संख्या इमाम (अ.स.) ने बताई थी।
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तारीख़ के झरोके से
हौज़ा / इमाम (अ.स.) ने यह कहते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए कि मुआविया मैं तुझ से जंग करने से नहीं डरता, लेकिन मेरी नजर मे उम्मत की इस्लाह और नफ़्से मोहतर्मा की जान माल की सुरक्षा है।