۳۰ اردیبهشت ۱۴۰۳
|۱۱ ذیقعدهٔ ۱۴۴۵
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May 19, 2024
मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ज़ैदपुरी
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इमाम अली को क्यों शहीद किया गया? मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी का दिल छू लेने वाला विश्लेषण
हौज़ा / मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने फरमाया हज़रत अली को शुजा, बहादुर कहा जाता है उन्होंने इस्लाम को बचाने के लिए बहुत सी जंगे की इसी वजह से उनको 21 रमज़ान 40 हिजरी को इराक़ के शहरे कूफा कि एक मस्जिद मे अब्दुल रहमान इब्ने मुल्जिम नाम के आतंकी ने हज़रत अली के सर पर नमाज़ की हालत मे ज़हर मे डूबी तलवार से आप के सर पर हमला कर दिया जिस से आप की शहादत हो गई।
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नबुवत के टुकड़े का नाम फातेमा हैं।मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ज़ैदपुरी
हौज़ा/मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने हज़रत फातिमा ज़ाहेरा कि सीरत पर रोशानी डालते हुए कहा कि जनाब फातिमा स.ल.हज़रत मोहम्मद के टुकड़े का नाम नहीं बल्कि नबूवत के टुकड़े का नाम हैं।