हौज़ा /ग़दीर के अनुवादक, प्रखर शोधकर्ता, समर्थ एवं सशक्त शायर अल्लामा सय्यद अली अख्तर रिज़वी शऊर गोपाल पुरी ताब सराह की इल्मी व शेअरी सेवाओं के सम्मान में इल्म व अदब की नगरी "लखनऊ" में सरफ़राज़…
हौज़ा / कलम मानव बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास का महान स्रोत है जिसने मानव विचारों को बनाए रखा है, ज्ञान को संरक्षित किया है और सभ्यता की नींव रखी है; भाषा मनुष्य का एक प्राकृतिक उपहार है, लेकिन…
हौज़ा/पुस्तक "अंदलीबान-ए-इल्म-ओ-अदब" का शानदार रस्मे इज्रा गोपालपुर, भारत में हुआ। साहित्य और विज्ञान के प्रति जुनून रखने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण और यादगार अवसर प्रदान किया गया जब हुज्जतुल…