۴ آذر ۱۴۰۳
|۲۲ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 24, 2024
या हुसैन की गूंजी सदाएं
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मोहर्रम के मातमी जुलूस में या हुसैन की गूंजी सदाएं
हौज़ा/गाजियाबाद,ऐ सैयदा के लाल तुझको उम्र भर रोएंगे हम, हम फकत पैदा हुए रोने रुलाने के लिए इन पंक्तियों के साथ नोहाख्वानी व सीनाजनी करते हुए शिया सोगवारों ने नवासा ए रसूल हज़रत इमाम हुसैन की याद में आंसू बहाए। ताजिये के साथ जुलूस इस्लामनगर से बरामद हुआ, जिसमें हजारों सोगवारों ने शिरकत कर शोहदा-ए करबला को खिराज ए अकीदत पेश किए