हौज़ा/पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी रमज़ानुल मुबारक के पवित्र महीने के पहले दिन इस्लामी क्रांति के नेता की उपस्थिति में पवित्र कुरआन की तिलावत का प्रोग्राम आयोजित किया गया
हौज़ा/रमज़ानुल मुबारक रहमतों बरकतों व मग़फ़िरत का महीना हैं अपने दिलों को तिलावते क़ुरआन से मुनव्वर करो, इस महीने में मां-बाप के एहतेमाम में एक रात गुज़ारना एक साल जेहाद के सवाब के बराबर हैं।