۴ آذر ۱۴۰۳
|۲۲ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 24, 2024
रहमत
Total: 4
-
इत्रे क़ुरआनः सूर ए नेसा !
धन का सदुपयोग तथा आत्महत्या का निषेध
हौज़ा/ यह आयत मुसलमानों को सामाजिक और वित्तीय नैतिकता के सिद्धांत सिखाती है और निषिद्ध तरीकों से धन कमाने से मना करती है। साथ ही अल्लाह की रहमत और मेहरबानी का जिक्र इसलिए किया जाता है ताकि लोग इन सिद्धांतों पर चलकर अपनी और समाज की बेहतरी का जरिया बन सकें।
-
दिन की हदीसः
रजब का महीना और ईश्वरीय दया का अवतरण
हौज़ा/ पैगंबर (स) ने एक रिवायत में रजब के महीने की महानता की ओर इशारा किया है।
-
:दिन की हदीस
माहें रजब में रहमाते ख़ुदा का नुज़ूल
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में माहे रजब में रहमते ख़ुदा के नुज़ूल की ओर इशारा किया है।
-
रमजान के पवित्र महीने में सबसे अच्छा अमल गुनाहो से बचना है, हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन जलाली
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन जलाली ने कहा: पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) ने फ़रमाया: रमजान के पवित्र महीने में सबसे अच्छा अमल गुनाहो से बचना है। हमें खाने-पीने के अलावा अपनी आंखों, कानों, जीभ, अंगों को ईश्वर की अवज्ञा से दूर रखना चाहिए।