۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
रहमत और मग़फेरत
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रमज़ान उल मुबारक की बहुत सारी विशेषताएं
हौज़ा / रमज़ान का महीना अपनी विशेषताओं की वजह से ख़ास अहमियत रखता है, जिसमें इंसान की ज़िंदगी और आख़ेरत दोनों को संवारा जाता है, इसलिए अगर कोई इस मुबारक महीने के आदाब को नहीं जानेगा तो वह इसकी बरकतों और नेमतों से फ़ायदा भी हासिल नहीं कर सकेगा।
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माहे रमज़ान बरकत व रहमत और मग़फेरत का महीना है: मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी
हौज़ा / मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी ने फ़रमाया माहे रमज़ान बरकत व रहमत और मग़फेरत का महीना है इस महीने में जहां दुआ, मुनाजात और अल्लाह की इबादत ज़रूरी है वही उसके बंदों की खिदमत भी ज़रूरी है,हज़रत रसूलुल्लाह स.ल.व.व. ने गुनाहों और हराम से परहेज को इस महीने का बेहतरीन अमल बताया है।