सोमवार 11 मार्च 2024 - 07:26
माहे रमज़ान बरकत व रहमत और मग़फेरत का महीना है: मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी

हौज़ा / मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी ने फ़रमाया माहे रमज़ान बरकत व रहमत और मग़फेरत का महीना है इस महीने में जहां दुआ, मुनाजात और अल्लाह की इबादत ज़रूरी है वही उसके बंदों की खिदमत भी ज़रूरी है,हज़रत रसूलुल्लाह स.ल.व.व. ने गुनाहों और हराम से परहेज को इस महीने का बेहतरीन अमल बताया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,दिल्ली/ दिल्ली अज़ादारी फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल के ज़ेरे एहतेमाम, सैयद गौहर काज़िम ज़ैदी की जानिब से दरगाह शाह मर्दां दिल्ली में "मेडिकल और रोज़ा" के उनवान पर ऑनलाइन ऑफलाइन शरई दीनी और मेडिकल सवाल व जवाब प्रोग्राम हुआ,

जिसमें जनाब सैयद कमर अब्बास कंबर नक़वी ने निज़ामत की।डॉo एस एम काज़िम, डॉo जौन काज़िम और जनाब हुसैन अब्बास ने मोमिनीन के मेडिकल से मरबूत सवालों के जवाब दिए, मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी ने दीनी और शरई सवालों के जवाब दिए।

इस प्रोग्राम को दिल्ली अज़ादारी, हुसैनी आज़ादार, परचमे अब्बास, किव एम न्यूज़, परचमे ग़ाज़ी, आब्दी 113 और रिज़वी टी वी यूट्यूब चैनलों और फेसबुक पेजेज़ ने लाइव टेलीकास्ट किया।

आखिर में मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी ने ख़ेताब करते हुए फ़रमाया: माहे रमजान बरकत, रहमत और मग़फेरत का महीना है, इस महीने में जहां दुआ, मुनाजात और अल्लाह की इबादत जरूरी है वही उसके बंदों की खिदमत भी जरूरी है, रसूलुल्लाह स0अ0 ने गुनाहों और हराम से परहेज को इस महीने का बेहतरीन अमल बताया है।

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