۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
लज्जत महसूस
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शरई अहकाम:
एतेकाफ़ की हालत में खुशबू का सुंघना कैसा हैं?
हौज़ा / अगर एतेकाफ़ वाजिब ना हो(नज़र,कस्म,अहद की वजह से) तो एहतियात के तौर पर एतिकाफ करने वाले के लिए किसी भी तरह के इत्र को सुगना चाहे इससे लज्ज़त महसूस करें या ना करें जायज़ नहीं है और खुशबू दर घास सुंगना उस सूरत में जबकि इसके सुगघने से लज्जत महसूस करें जायज नहीं हैं,और अगर इसके सुंघने से लज्जत महसूस ना हो तो कोई हर्ज नहीं हैं।