विवाह (14)
-
महिलाओं का इतिहास, भाग - 9
बच्चे और महिलाएंइस्लाम ने महिला के ऊपर सदियों की क्रूरता को कैसे समाप्त किया?
हौज़ा / इस्लाम ने औरत की हालत को मुलभूत रूप से बदल दिया और उसे पुरुष की तरह एक स्थायी और बराबर इंसान के रूप में माना। इस्लाम के अनुसार पुरुष और महिला सृष्टि और कर्म के हिसाब से बराबर हैं, और…
-
महिलाओं का इतिहास, भाग - 8
बच्चे और महिलाएंएकमात्र धर्म जिसने महिलाओं को उनकी सच्ची गरिमा और मूल्य दिया
हौज़ा / इस्लाम से पहले अरब समाज में महिलाओं की स्थिति सभ्य और जंगली दोनों तरह के रवैयों का मिश्रण थी। महिलाएं आमतौर पर अपने अधिकारों और सामाजिक मामलों में स्वतंत्र नहीं थीं, लेकिन कुछ ताकतवर…
-
धार्मिकपारिवारिक प्रशिक्षण | युवाओं को विवाह के लिए तैयार करने में माता-पिता की प्रभावी भूमिका
हौज़ा / अगर आप अपने बेटे की शादी करना चाहते हैं तो सबसे पहले उससे खुलकर और प्यार से बात करें: क्या वह आर्थिक रूप से तैयार है? क्या उसके पास जीवन जीने के मूल कौशल हैं? क्या वह नैतिक और व्यवहारिक…
-
महिलाओं का इतिहास, भाग - 7
बच्चे और महिलाएंअरब समाज मे महिलाएँ सामाजिक अधिकारो से क्यो महरूम थी?
हौज़ा / इस्लाम से पहले अरब समाज में औरतों का कोई इख़्तियार, इज़्ज़त या हक़ नहीं था। वे विरासत नहीं पाती थीं, तलाक़ का हक़ उनके पास नहीं था और मर्दों को बेहद तादाद में बीवियाँ रखने की इजाज़त थी।…
-
महिलाओं का इतिहास, भाग - 5
बच्चे और महिलाएंप्राचीन ग्रीस और रोम में महिलाओं की लाचारी और उत्पीड़न की कहानी
हौज़ा / रोम और ग्रीस के पुराने समाजों में औरतों को मा तहत, बे‑इख़्तियार और अमूल्य प्राणी समझा जाता था। उनकी ज़िंदगी के तमाम मामलात चाहे इरादा हो, शादी, तलाक़ या माल‑ओ‑जायदाद सब मर्दों के इख़्तियार…
-
ईरानशादी मे केवल "मदद" करने के इरादे से कदम उठाना क्यों ग़लत है?
हौज़ा / आज बहुत से युवा ऐसे रिश्ते बनाते हैं जो "मदद" या "बचाने" के इरादे से बनते हैं। एक जुनून जो करुणा और त्याग की अभिव्यक्ति लगता है, वास्तव में एक खतरनाक धोखा हो सकता है, जो बाद में जीवन…
-
धार्मिकशरई अहकाम । दूल्हे का महिलाओं की सभा में दाख़िल होना
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सीस्तानी ने , "महिलाओं की सभा में दूल्हे के प्रवेश" से संबंधित एक प्रश्नावली का उत्तर दिया गया।
-
दिन की हदीसः
धार्मिकबेटियों की सफल शादी के लिए इमाम हसन मुजतबा (अ) की सलाह
हौज़ा/ इमाम हसन मुजतबा (अ) ने एक रिवायत में सफल विवाह के लिए सलाह दी है।