۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 21, 2024
शफक़त और मोहब्बत
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शरई अहकाम:
अपनी पसंद की लड़की से शादी करने पर इसरार करना अगर माता-पिता की नाराज़गी का सबाब हो तो क्या इन्हें नाराज़ करके उनकी मर्जी के बगैर शादी करना जायज़ हैं?
हौज़ा / इनका नाराज़ होना अगर शफक़त और मोहब्बत की वजह से है तो उनका विरोध करना जायज़ नहीं हैं।