۲۰ اردیبهشت ۱۴۰۳ |۱ ذیقعدهٔ ۱۴۴۵ | May 9, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा / इनका नाराज़ होना अगर शफक़त और मोहब्बत की वजह से है तो उनका विरोध करना जायज़ नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल : क्या अपनी पसंद की लड़की से शादी करने पर इसरार करना अगर माता-पिता की नाराज़गी का सबाब हो तो क्या इन्हें नाराज़ करके उनकी मर्जी के बगैर शादी करना जायज़ हैं?

उत्तर: इनका नाराज़ होना अगर शफक़त और मोहब्बत की वजह से है तो उनका विरोध करना जायज़ नहीं हैं।

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