हौज़ा / स्वर्गीय अयातुल्ला सय्यद अबुल कासिम देहकरदी एक घटना का वर्णन करते हैं कि एक दिन जब वह पाठ सुनने के लिए घर से निकले तो वह फातेहा पढ़ने के लिए जवाद मलकीताब नजफी की कब्र पर रुके। उसी समय…
हौज़ा /आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद ख़ुरासानी ने कहा: जो लोग उच्च पद प्राप्त करते हैं वे वह होते हैं जो शिक्षा को तक़वा के साथ जोड़ते हैं। जितना अधिक तक़वा होगा, ग़ैब से उतनी ही अधिक सहायता मिलेगी।
हौज़ा / शेख अंसारी अपनी ज़िन्दगी में मेरे (पैग़म्बर अक़रम [स]) बच्चों और नस्ल के प्रति अत्यधिक सम्मान दिखाते थे, इस हद तक कि आप में से कोई भी आलिम इस मामले में उनकी बराबरी नहीं कर सका। इसलिए,…