हौज़ा / शेख खालिदुलमला ने जोर देकर कहा कि अगर आयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी का जिहाद-ए-किफ़ाई का फतवा और अबू मेहदी अल-मोहंदिस और ईरानी भाइयों की शहादत ना होती तो पोप फ्रांसिस मुसिल की यात्रा नहीं…