हौज़ा/ हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (सला मुल्ला अलैहा) ने पैगंबर (सल्लल्लाहो अलैहे वा आलेहि व सल्लम) के गुज़रने के कुछ ही महीनों बाद, अपने असरदार जिहाद-ए-तबईन के ज़रिए उन पॉलिटिकल और इंटेलेक्चुअल भटकावों…