हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद सीस्तानी से एक धार्मिक प्रश्न पूछा गया कि क्या अक्द-ए-उख़ुव्वत (भाईचारे का अनुबंध) पढ़ने से सगे भाई का रिश्ता स्थापित होता है।
हौज़ा / लखनऊ की मशहूर शाही आसिफी मस्जिद में जुमआ की नमाज़ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी साहब क़िब्ला की इमामत में अदा की गई।