हौज़ा / पूर्व की तरह इस वर्ष भी अपनी दीर्घकालिक परंपराओं के साथ सब्रो वफ़ा का जश्न बैन अल हरमैन में आयोजित किया गया था, जिसमें भारत और पाकिस्तान के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की।