हौज़ा / मौलाना सय्यद ग़ाफ़िर रिज़वी ने शबे क़द्र के फ़ज़ीलत के बारे में बताते हुए कहा,शबे क़द्र वह रात है जिसकी तुलना क़यामत तक कोई भी रात नहीं कर सकती और न ही कोई रात इस रात का स्थान ले सकती…