हौज़ा/आज जब उनका जनाज़ा उठेगा, तो सिर्फ़ एक मिट्टी के जिस्म को नहीं, बल्कि एक मक़सद के मशाल को कंधों पर उठाया जाएगा। चारों ओर अजीब-सी खामोशी होगी, हर जगह आँसू, सिसकियाँ, और नौहे सुनाई देंगे। जो…