हौज़ा/ आज बेरूत के कैमल शम्ऊन स्टेडियम और उसके आसपास एकत्रित लाखों श्रद्धालुओं ने नम आंखों से अपने प्रिय नेता सय्यद हसन नसरूल्लाह को विदाई दी और उनके प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत किया।
हौज़ा/आज जब उनका जनाज़ा उठेगा, तो सिर्फ़ एक मिट्टी के जिस्म को नहीं, बल्कि एक मक़सद के मशाल को कंधों पर उठाया जाएगा। चारों ओर अजीब-सी खामोशी होगी, हर जगह आँसू, सिसकियाँ, और नौहे सुनाई देंगे। जो…