हौज़ा / अमीरूल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में बताया है कि ऐसे आमाल न सिर्फ़ शर्म की वजह नहीं हैं बल्कि इंसान की महानता की निशानी हैं।