हज़रत इमाम सादिक (अ.स.)
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इमाम सादिक़ अ.स. का इल्मी इंक़ेलाब लाने का राज़
हौज़ा/ इतिहासकार के अनुसार यह वह दौर था जिसमें मुसलमानों ने जंग और चढ़ाई करने के बजाए इल्म और सांस्कृति पर ध्यान दिया, लोग क़ुर्आन और पैग़म्बर स.अ. की तालीमात से प्रभावित हो कर सियासत से ज़्यादा इल्म और वैचारिक इंक़ेलाब की तरफ़ आकर्षित हो रहे थे
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नूशाबाद शहर के इमाम जुमा:
इमाम जाफर सादिक (अ) ने शिया स्कूल को पुनर्जीवित किया
हौज़ा / ईरान के नौशाबाद शहर के इमाम जुमा ने कहा: इमाम जाफ़र सादिक (अ) शिया धर्म के पुनरुत्थानकर्ता और ईश्वर के दूत (अ) के धर्म के व्याख्याकार थे।
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इस्लामी कैलेंडर: 2 रबीउल अव्वल 1444 - 29 सितंबर 2022
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडर: 2 रबीउल अव्वल 1444 - 29 सितंबर 2022
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हौज़ा इल्मिया के प्रमुख शोधकर्ता और लेखक के साथ हौज़ा न्यूज़ एजेंसी का महत्वपूर्ण साक्षात्कार:
क़ुम में हज़रत मासूमा (स.अ.) के बारे में आइम्मा (अ.स.) की खुशखबरी
हौज़ा / हौज़ा इल्मिया के प्रमुख शोधकर्ता और लेखक ने कहा: हरमे हज़रत मासूमा (स.अ.) की पवित्र दरगाह के आसपास लगभग एक लाख मुहद्देसीन एकत्रित हुए और लाभान्वित हुए और बाद में आयतुल्लाह शेख अब्दुल करीम हायरी ने हजरत मासूमा (स.अ.) को केंद्रति करते हुए हौज़ा ए इल्मिया की स्थापना की और आयतुल्लाहिल उज़्मा बुरूजर्दी शहरे बुरूजर्द से क़ुम आए और मदरसा को बढ़ावा दिया और कुम से कई प्रतिनिधियो को जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में भेजा।