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हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामहम अहले बैत अ.स. जैसे तो नहीं हो सकते मगर उनके मक़तब के शागिर्द बन सकते हैं
हौज़ा / क़ुम अल मुक़द्देसा, हरम ए हज़रत ए मासूमा सल्लल्लाहु अलैहा में स्थित मस्जिद-ए-आज़म में अपने साप्ताहिक दर्स-ए-अख़लाक़ में आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने कहा कि कुरआन और अहले-ए-बैत अलैहिमुस्सल…
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उलेमा और मराजा ए इकरामहौज़ा ए इल्मिया;हज़ार साला विद्वतापूर्ण और सांस्कृतिक विरासतःआयतुल्लाह आराफ़ी
हौज़ा / क़ुम अल-मुक़द्देसा में स्थित मदरसा इल्मिया 'अमरुल्लाही' में हौज़ा ए इल्मिया ईरान के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने छात्रो और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हौज़ा हाए इल्मिया…
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उलेमा और मराजा ए इकरामतूफान अल-अक्सा ने वैश्विक परिदृश्य बदल दियाः हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन पनाहीयान
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन पनाहीयान का कहना है कि 7 अक्टूबर का ऑपरेशन सिर्फ एक क्षेत्रीय घटना नहीं है बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर साम्राज्यवादी व्यवस्था को चुनौती दी है। ग़ज़्ज़ा के…
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उस्ताद मोहसिन क़राती:
उलेमा और मराजा ए इकरामनमाज़ की शिक्षा घर और स्कूल से शुरू होनी चाहिए
हौज़ा / जो परिवार स्वयं नमाज़ पढ़टे है, वही नमाज़ पढ़ने वाले बच्चों का पालन-पोषण करता है। यदि प्रशासक और शिक्षक स्वयं नमाज़ पढ़ने के इच्छुक हों, तो वे नमाज़ के सबसे बड़े प्रचारक होंगे। नमाज़…
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मांदेगारी:
उलेमा और मराजा ए इकरामअल-अक्सा तूफ़ान का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम ज़ायोनी अहंकार तोड़ना है
हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मांदेगारी ने कहा: अल-अक्सा तूफ़ान का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम ज़ायोनी अहंकार तोड़ना है, जिसे अल-अक्सा तूफ़ान के उत्पीड़ित शहीदों के खून और यमन, फ़िलिस्तीन, गाज़ा…
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उलेमा और मराजा ए इकराम जो कुछ ग़ज़्ज़ा में हो रहा है, वह आशूरा की तकरार हैः आयतुल्लाह हाएरी शिराज़ी
हौज़ा / ग़ज़्ज़ा की घटनाएं इस्लामी इतिहास में आशूरा की तकरार हैं; आयतुल्लाह हाएरी शिराज़ी ने ग़ज़्ज़ा के लोगों के प्रतिरोध को उत्पीड़न और अधर्म के खिलाफ "सलाम बर इस्लाम" के नारे का प्रतीक माना।
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उलेमा और मराजा ए इकरामतौबा आग़ोशे रहमत है।आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
हौज़ा / किसी भी सकारात्मक परिश्रम के गुज़र बसर के लिए परमेश्वर की बंदगी और आराधना होने मे कोई संदेह नही है; क्यो कि दयालु परमेश्वर ने पवित्र क़ुरआन के बहुत से आयात मे अपने बंदो को पृथ्वी को बसाने,हलाल…
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इमाम रज़ा (अ) की दरगाह के मुतावल्ली:
उलेमा और मराजा ए इकरामधार्मिक विद्वानों को दुश्मनों के घृणित इरादों का पर्दाफ़ाश करना चाहिए / इज़राइल यूरोप और अमेरिका के हितों का प्रतिनिधि है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मरवी ने मुसलमानों के बीच एकता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा: आज, विद्वानों की ज़िम्मेदारी इस्लाम, पवित्र कुरान और पैगंबर मुहम्मद (स) के विरुद्ध दुश्मनों…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारीम शिराज़ी:
उलेमा और मराजा ए इकरामहौज़ा ए इल्मिया को आधुनिक तकनीक और आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस का लाभ उठाना चाहिए
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों के साथ एक बैठक में, हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख, आयतुल्लाहिल उज़्मा नासिर मकारिम शिराज़ी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि उन्हें अपनी शैक्षणिक…
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उलेमा और मराजा ए इकरामसमाज ज्ञान से नहीं, बल्कि नैतिकता से संचालित होता है: आयतुल्लाह जवादी आमोली
हौज़ा/ आयतुल्लाह जवादी आमोली ने "नैतिकता नामक कीमिया" विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि समाज की नींव ज्ञान पर नहीं, बल्कि नैतिकता पर आधारित है। पैगंबर मुहम्मद (स) ज्ञान में अद्वितीय थे, लेकिन…
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उलेमा और मराजा ए इकरामहौज़ा ए इल्मिया को तबलीग़ के क्षेत्र में और अधिक सक्रिय होना चाहिए
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम मुकद्दम कोचानी ने कहा: हौज़ा ए इल्मिया को ज्ञान और विशेषज्ञता के नए क्षेत्रों की निरंतर पहचान करनी चाहिए और छात्रों के बीच उन्हें पढ़ाने के लिए समन्वित योजनाएँ बनानी चाहिए।
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आयतुल्लाह सय्यद मोहम्मद सईदी:
उलेमा और मराजा ए इकरामअम्र बिल मारूफ़ का उद्देश्य समाज में सुधार और नैतिकता को उन्नत करना है
हौज़ा / ईरान के क़ुम प्रांत में सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि ने हज़रत मासूमा (स) की पवित्र दरगाह पर आयोजित अम्र बिल मारूफ़ व नही अनिल मुंकर की समिति की बैठक में कहा: अम्र बिल मारूफ़ को नैतिक शिक्षा,…
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उलेमा और मराजा ए इकराममेहेर के मुद्दे पर आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुब्हानी का मुख्य न्यायाधीश को पत्र
हौज़ा/मरजा तकलीद आयतुल्लाहिल उज़्मा जाफ़र सुब्हानी ने ईरानी न्यायपालिका के प्रमुख, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहसेनी अज़ेई को लिखे एक पत्र में स्पष्ट किया है कि मेहेर के लिए शरिया के अनुसार…
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आयतुल्लाह आराफ़ी:
उलेमा और मराजा ए इकरामशहीद हुज्जतुल इस्लाम हैदरी की शहादत इस बात का प्रतीक है कि क्रांतिकारी उलेमा आज भी जनता के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं
हौज़ा / ईरान के हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा अराफी ने तेहरान में मस्जिद बक़ीयतुल्लाह (अज) के इमाम ए जमाअत हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन वलीउल्लाह हैदरी की शहादत पर गहरा दुःख और…
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आयतुल्लाह अराकी:
उलेमा और मराजा ए इकरामअहंकार और ज़ायोनीवाद के विरुद्ध एक वैश्विक मोर्चा स्थापित करने की आवश्यकता है
हौज़ा / आयतुल्लाह अराकी ने कहा: अल्लाह की तारीफ है ईरान पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली है। अहंकार के विरुद्ध एक वैश्विक मोर्चा स्थापित करने की आवश्यकता है।
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उलेमा और मराजा ए इकरामशहीद हसन नसरुल्लाह और शहीद सफ़ीउद्दीन कुरआन के अनुसार मुजाहिद फी सबीलिल्लाह के सही उदाहरण हैं।हुज्जतुल इस्लाम डॉ. रफीई
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन नासिर रफीई, जामिया अलमुस्तफा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सदस्य ने कहा कि शहीद सैय्यद हसन नसरुल्लाह और शहीद सैय्यद हाशिम सफ़ीउद्दीन सूरा आल ए इमरान…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हानी:
उलेमा और मराजा ए इकरामविद्वानों की बहसों में "परस्पर सम्मान" और "जेदाले अहसन" ज़रूरी हैं
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह सुब्हानी ने मरहूम अल्लामा मजलिसी (अ) का उदाहरण देते हुए, जिन्होंने चार सौ लोगों के सहयोग से अपनी एक रचना पूरी की थी, कहा: "परस्पर सम्मान" और "जिदाले अहसन" विद्वानों की…
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उलेमा और मराजा ए इकरामखालिस नियात और मजबूत कार्य ही स्थिरता और विकास का रहस्य हैं। आयतुल्लाह रजबी
हौज़ा / इमाम ख़ुमैनी र.ह. शैक्षिक और शोध संस्थान के प्रमुख आयतुल्लाह महमूद रजबी ने कहा है कि इंसान धरती पर अल्लाह का प्रतिनिधि है और उस पर यह ज़रूरी है कि हर काम अच्छे इरादे और मजबूती के साथ…
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क़िस्त न 111
उलेमा और मराजा ए इकरामभारतीय धार्मिक विद्वानों का परिचय | मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक
हौज़ा /पेशकश: दनिश नामा ए इस्लाम, इन्टरनेशनल नूर माइक्रो फ़िल्म सेंटर दिल्ली
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उलेमा और मराजा ए इकरामहज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सय्यद अली सिस्तानी की पत्नी के निधन पर आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी का शोक संदेश
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया ईरान के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली सिस्तानी की पत्नी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संदेश जारी किया हैं।
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उलेमा और मराजा ए इकरामहज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी के नाम हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी का शोक संदेश
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सिस्तानी की पत्नी के निधन पर हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने दुख व्यक्त करते हुए शोक संदेश भेजा हैं।
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उलेमा और मराजा ए इकरामशहीद सय्यद हसन नसरूल्लाह अब्दे सालेह और वली फ़कीह के अनुयायी थेः आयतुल्लाह अब्बास काबी
हौज़ा/ मजलिस खुबरगान रहबरी के सदस्य आयतुल्लाह अब्बास काबी ने कहा कि शहीद सय्यद हसन नसरूल्लाह जीवन भर वली फ़कीह के अनुयायी और अल्लाह के एक नेक बंदे रहे। वे सभी प्रकार की अति से दूर रहे और हमेशा…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हानी:
उलेमा और मराजा ए इकरामजो अपने समय की परिस्थितियों से अवगत है और समय की आवश्यकताओं को पहचानता है, वह भटकता नहीं है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सुब्हानी ने कहा:हौज़ा ए इल्मिया को चाहिए कि फ़िक़्ह, कलाम, तफ़सीर और तबलीग़ के क्षेत्रों में भविष्य की आवश्यकताओं का पूर्वानुमान लगाते हुए उसके लिए योजना बनानी…
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आयतुल्लाह आराफ़ी:
उलेमा और मराजा ए इकरामहौज़ा ए इल्मिया की प्रत्येक दस्तगाह ऐतेक़ादात की रक्षा का क़िला है
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के निदेशक ने धर्मशास्त्र और अन्य विज्ञानों के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा: कभी-कभी बुनियादी विज्ञानों में ऐसी चर्चाएँ प्रस्तुत की जाती हैं जो "संदेह और शंकाएँ" पैदा करती…
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हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा शुबैरी ज़ंजानी:
उलेमा और मराजा ए इकरामछात्र अपनी जवानी को इल्म और तक्वा प्राप्त करने में लगाएं
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा शुबैरी ज़ंजानी ने युवा छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी जवानी को ज्ञान और पवित्रता प्राप्त करने के लिए उपयोग करें और इस राह में अपनी सारी कोशिशें लगा दें!…
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उलेमा और मराजा ए इकरामदुश्मन इस्लामी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने पर तुला है, उसके साथ बातचीत अस्वीकार्य है: आयतुल्लाह महमूद रज्बी
हौज़ा/ मजलिस ए खुबरेगान रहबरी के सदस्य और इमाम खुमैनी फाउंडेशन के प्रमुख आयतुल्लाह महमूद रज्बी ने कहा है कि ऐसे दुश्मन के साथ बातचीत संभव नहीं है जो खुलेआम घोषणा करता है कि वह इस्लामी व्यवस्था…
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उलेमा और मराजा ए इकरामकारे खै़र सिर्फ अमीरों के लिए नहीं बल्कि हर कोई भलाई करने वाला हो सकता है।हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली दीयानी
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली दीयानी ने कहां,आज सोच को सुधारने की ज़रूरत है कि भलाई का काम (कार-ए-ख़ैर) सिर्फ आर्थिक रूप से अमीर लोगों के लिए है जबकि एक छोटा बच्चा हो या कोई बुज़ुर्ग…
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उलेमा और मराजा ए इकरामअल्लामा तबातबाई की बदौलत हौज़ा ए इल्मिया में फ़लसफ़े को नया जीवन मिला
हौज़ा / अतीत में, धार्मिक विद्वान दर्शनशास्त्र (फ़लसफ़े) के प्रति बहुत आशावादी नहीं थे, और कुछ दार्शनिकों के विचार न्यायविदों की स्पष्ट धार्मिक समझ के अनुरूप नहीं थे। हालाँकि, इमाम खुमैनी और…
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आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली:
उलेमा और मराजा ए इकरामतक़्वा के बगै़र इल्म हकीकी हासिल नहीं होता
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमोली ने कहां,कई ऐसे उलूम होते हैं, चाहे वो हौज़ा में हों या विश्वविद्यालय में जो इसलिए कारगर नहीं होते क्योंकि वे केवल उस मूल सिद्धांत «مَن فَقَدَ حسّاً فَقَدْ…
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उलेमा और मराजा ए इकरामकुरआन और उलेमा की मौजूदगी के बावजूद गुनाह और फसाद आम क्यों हैं?
हौज़ा / आयतुल्लाह अज़ीजुल्लाह खुशवक्त र.ह. ने कहा कि कुरआन और उलेमा होने के बावजूद समाज में गुनाह और फसाद का असली कारण यह है कि लोग केवल पढ़ते हैं लेकिन अमल नहीं करते।दीन के आदेश तभी असर दिखाते…