हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , माहे रविउल अव्वल और ईदे मिलादुन नबी (स.ल.व.व)कि मुनासिब से पश्चिम अफ्रीकी शहर कैमरून में, सुन्नी रिवायत के अनुसार मुसलमानों ने मिलादुन नबी स.ल.व.व.को बड़ी धूमधाम से मनाया।
कामरान के मजलिसे इस्लामी के प्रमुख शेख याकूब डोकोर ने उत्सव के दौरान पैगंबर (स.ल.व.व.) के जन्म की बधाई देते हुए भाषण दिया।
उन्होंने तमाम इस्लामी धर्मों के बीच एकता और भाईचारे पर ज़ोर दिया और अपने भाषण के अंत में, हज़रत ने जीवनी के महत्वपूर्ण बिंदुओं को बताया।
इस जश्न की शुरुआत कुरआने करीम से हुई और फिर उसके बाद नाते पैगंबर का सिलसिला शुरू हुआ इस जश्न के आखिर में इम्तिहान और इम्तिहान के बाद जो अच्छा नंबर लाएं उनको पुरस्कार से सम्मानित किया,और अंत में एक शानदार डिनर का आयोजन किया गया।
दिलचस्प बात यह है कि अफ्रीका के तीस से अधिक देशों में, ईदे मिलादुन नबी स.ल.व.व हर साल बड़ी धूमधाम और गरिमा के साथ मनाया जाता है।