हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ह़ज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी के बेटे और केंद्रीय कार्यालय के निदेशक हुज्जतुल इस्लाम शेख़ अली नजफ़ी साहब ने बाबिल प्रांत में उन शहीदों की याद में जिन्होंने दाएशी आतंकवादियों के खिलाफ महान युद्ध का नेतृत्व किया आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और श्रोताओं को संबोधित किया,
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दोनों शहीद इराक की भूमि और शहरों पर कब्ज़ा करने वाली आतंकवादी ताकतों के खिलाफ महान जीत के सेनापति थे। इराकी लोगों और इतिहास में उनका महत्पूर्ण स्थान है और आने वाली पीढ़ियों में भी रहेगा यह सभी के लिए स्पष्ट है कि इराक और पवित्र स्थलों को बर्बाद करने का प्रयास किया गया और इन दोनों शहीदों ने इसका डटकर बचाव किया और अपनी शहादत दी।
हमारे दोनों शहीद आतंकवाद और जो सरकारें इसका समर्थन करती हैं के खिलाफ जीत के सेनापति और नंगी तलवार थे , उन्हें युद्ध के मैदान में हमेशा याद किया जाएगा क्योंकि उन्होंने साहस और बहादुरी के क्षेत्र में महान मुजाहिदीन को इस मिल्लत को सौंपा। हक़ीक़ी तौर पर वह जीत के सच्चे सेनापति थें,