۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
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हौज़ा/पाकिस्तान और भारत से आए हुए प्रतिनिधिमंडलों ने मरजय मुसलेमिन व जहाने तशय्यो ह़ज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से उनके कार्यालय नजम अशरफ में खुसूसी मुलाकात की,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पाकिस्तान और भारत से आए हुए प्रतिनिधिमंडलों ने मरजय मुसलेमिन व जहाने तशय्यो ह़ज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से उनके कार्यालय नजम अशरफ में खुसूसी मुलाकात की,

इस मुलाकात के दौरान मरजय आलीकद्र ने मोमिनीन को नसीहत करते हुए फरमाया कि कई बार नाक से भी व्यक्ति( ( गुनाह) पाप कर बैठता हैं।


इस मसले को एक उदाहरण से समझाते हुए मरजय आलीकद्र ने कहा, कि अगर कोई औरत खुशबू लगाकर बाहर निकलती है और मर्द जानबूझकर और अपने अख्तियार से इस खुशबू को सूंघता हैं और खुशबू सूंघने के लिए लंबी सांस लेता है तो यह नाक से किया हुआ गुनाह हैं।

हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने इस बात पर ज़ोर देते हुए फरमाया कि उस महिला ने इस मामले में एक गुनाह कि हैं कि वह खुशबू लगाकर बाहर निकली है जबकि मर्द ने दो गुनाह किया है एक ना महरम औरत की खुशबू सूंघी हैं और दूसरा उसने अपने इस अमल के माध्यम से औरतों को लुभाया हैं, कि वह ऐसी खुशबू लगा कर निकले यह अमल मर्दों को पसंद हैं।


मरजय आलीक़द्र ने ज़ोर देते हुए कहा की ज़रूरत किस काम की है कि जहां दूसरे अन्य अंगों से किये गये पापों को नहीं करना चाहिये, इसी प्रकार नाक से किये गये पापों को भी त्याग देना चाहिये।


दूसरी ओर, प्रतिनिधिमंडलों ने अपना बहुमूल्य समय देने के लिए ह़ज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया,

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