हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जन्नत उल बाक़ी सऊदी अरब के मदीना में स्थित एक ऐतिहासिक कब्रिस्तान है। इस कब्रिस्तान में इस्लाम के कई महत्वपूर्ण शख्सियत, जैसे पैगंबर मोहम्मद के कुछ परिवार के सदस्य और साथियों की कब्रें हैं।
इसे इस्लाम की धार्मिक महत्ता का स्थान माना जाता है और हर साल कई पर्यटक यहां जाते हैं।20वीं सदी की शुरुआत में, सऊदी सरकार ने जन्नत उल बाक़ी के कई मकबरों को नष्ट कर दिया,
जिसमें फातिमा ज़हरा (s.a.w.) की भी कब्र शामिल थी। इस तोड-फोड का कई मुस्लिमों और इस्लाम प्रेमियों के कड़े विरोध का सामना सउदि सरकार को करना पडा था।
आज भी अहेले बैत (अ.स.) के चहाने वाले मुसलमान दुनियाभर मे सउदी सरकार से रौज़ा फातेमा ज़हेरा (अ.स.)के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन,करते है।