हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह हदीस "ग़ेरर अल-हिकम" पुस्तक से उद्धृत है। इस परंपरा का पाठ इस प्रकार है:
قال أمیرالمؤمنین علی علیه السلام:
ذَوُوا العُیُوبِ یُحِبُّونَ إِشاعَةَ مَعایِبِ النّاسِ لِیَتـَّسِعَ لَهُمُ الْعـُذْرُ فی مـَعایِبِهِمْ
हज़रत अली (अ) ने कहा:
भ्रष्ट लोग लोगों की गलतियाँ फैलाना पसंद करते हैं ताकि वे अपनी गलतियों पर पर्दा डाल सकें।
ग़ेरारुुल हिकम, भाग 1, पेज 407, अध्याय 32 घंटे 37