۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
آیت الله محمدجواد فاضل لنکرانی

हौज़ा/मशहद ए मुकद्दस में मरकज़ ए फिक्ही अईम्मा अतहार अ.स.के नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत के अवसर पर आयतुल्लाह फ़ाज़िल लंकारानी ने संबोधित किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मशहद मुकद्दस में मरकज़ ए फिक्ही अईम्मा अतहर अ.स.के न्यायशास्त्र केंद्र के नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए कहा आज मानवता की सबसे बड़ी समस्या धर्म के प्रति ध्यान की कमी है।

उन्होंने कहा हम छात्रों को इस बारे में बात करते समय सावधान करते हैं कि हम जो कह रहे हैं वह धर्म है या नहीं?

आयतुल्लाह फ़ाज़िल लंकारानी ने कहां,कुछ लोग आत्मज्ञान के नाम पर धर्म को इस हद तक गिरा देते हैं कि धर्म एक निराकार चीज़ लगने लगता है, जबकि कुछ लोग धर्म का कठोर चेहरा पेश करते हैं और कुछ लोग ईश्वर की दया को इतना बढ़ा चढ़ाकर पेश करते हैं दिखाएँ कि ईश्वर की सज़ा पर विश्वास करना कठिन हो जाता है।

उन्होंने आगे कहा कि यह सब बातें दीन को बदलने वाले गिरोह में आती हैं मरकज़ ए फिक्ही अईम्मा अतहार अ.स.के अध्यक्ष ने आगे कहा,विलायत और इमामत दीन की असास और बुनियाद हैं और इस्लामी क्रांति का लक्ष्य दीन का इज़रा हैं।

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