हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही हिजबुल्लाह लेबनान के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह- जिन्होंने अपना धन्य जीवन इस्लाम की राह और फिलिस्तीनी राष्ट्र और कुद्स शरीफ की आजादी में बिताया - की शहादत की खबर की पुष्टि की गई, इमाम रज़ा (अ) के हरम के गुंबद पर लगे हरे परचम को काले परचम मे बदल दिया गया।
ज्ञात हो कि अब्दुस सालेह की शहादत और लेबनान और फ़िलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों की शहादत के अवसर पर 28 सितंबर 2024, शनिवार को इमाम रज़ा के रगाह में रवाक़े इमाम खुमैनी (र) ज़ायोनी शासन के जघन्य अपराध की निंदा करने के लिए एक विशाल विरोध सभा हुई।